दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ की वजह का खुलासा, 1500 टिकट हर घंटे बिके
दिल्ली रेलवे स्टेशन पर 15 फरवरी 2025 की रात को हुई भगदड़ ने पूरे देश को हिला कर रख दिया। इस घटना में कई लोगों की जान चली गई और कई लोग घायल हुए। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, भीड़ बढ़ने का एक बड़ा कारण हर घंटे 1500 जनरल टिकटों की बिक्री थी। रेलवे स्टेशन पर काउंटर पर लगने वाली लंबी कतारों के कारण लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई, जिससे भगदड़ की स्थिति बनी।
घटना के समय, स्टेशन पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे, और बिना उचित एंट्री पॉइंट चेकिंग के कारण स्थिति को नियंत्रण में रखना मुश्किल हो गया। जनरल टिकटों की बिक्री में तेजी और सुरक्षा उपायों की कमी ने इस स्थिति को और बिगाड़ दिया। जब भीड़ बढ़ी, तो छोटे-छोटे रास्तों पर लोगों का अनियंत्रित धक्का-मुक्की होना स्वाभाविक था।
यहां पर यह भी ध्यान देना ज़रूरी है कि रेलवे प्रशासन ने इस मुद्दे पर कोई स्पष्ट रोक नहीं लगाई थी। टिकटों की बिक्री में इस तरह की असामान्य वृद्धि के बावजूद कोई उपाय नहीं किया गया था, जिससे कि स्थिति की गंभीरता को समझा जा सके। विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रकार की घटनाओं के लिए पहले से योजना बनाना आवश्यक है।
स्थानीय लोगों और यात्रियों का कहना है कि इस तरह की भगदड़ की घटनाएँ तब होती हैं जब बड़ी संख्या में यात्री एक साथ यात्रा करने के लिए आते हैं, खासकर त्योहारों या विशेष अवसरों पर। ऐसे में रेलवे को भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा उपायों पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
हालांकि, सभी यात्रियों को पूर्व सूचना देकर और उचित सुरक्षा प्रोटोकॉल को लागू करके इस तरह की घटनाओं को रोका जा सकता है। इस घटना के बाद अब रेलवे प्रशासन को निश्चित रूप से कठोर कदम उठाने की ज़रूरत है ताकि भविष्य में ऐसी भयावह स्थिति ना बने। लोगों की ज़िंदगी की सुरक्षा सबसे ज़रूरी है और इसके लिए सभी को मिलकर काम करने की ज़रूरत है।
इस घटना से सबक लेते हुए, आने वाले समय में सभी संबंधित अधिकारियों को ध्यान में रखना होगा कि जनरल टिकटों की बिक्री के समय और संख्या को नियंत्रित करना जरूरी है, ताकि इस प्रकार की अप्रिय स्थिति का सामना न करना पड़े।