दिल्ली की सियासत में गरमी: रमेश बिधूड़ी के विवादास्पद बयान

दिल्ली में सियासी हलचल एक बार फिर तेज हो गई है। हाल ही में भाजपा नेता रमेश बिधूड़ी ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी और दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ कुछ विवादित टिप्पणियां की हैं। उनके इस बयान ने राजनीतिक वातावरण को गर्म कर दिया है और कई राजनीतिक दलों ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।

बिधूड़ी के बयानों में कहा गया है कि प्रियंका गांधी और आतिशी का राजनीति में आने का कोई सही मतलब नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि ये नेता केवल अपनी छवि को चमकाने के लिए राजनीति में हैं और उनके पास कोई ठोस योजना नहीं है। इस बयान के बाद, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) दोनों ने बिधूड़ी के बयान की तीखी आलोचना की है। कांग्रेस ने इसे असभ्य और अमर्यादित कहा है, जबकि AAP ने बिधूड़ी के बयानों को अस्वीकार्य और राजनीतिक द्वेष से भरा हुआ करार दिया है।

मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक, प्रियंका गांधी और आतिशी ने अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी है। प्रियंका ने कहा कि ऐसे बयानों से महिलाओं को नीचा दिखाने की कोशिश की जा रही है, जबकि आतिशी ने बिधूड़ी के बयानों को सस्ती राजनीति करार दिया है।

दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनजर ये बयान न केवल लोगों की भावनाओं को भड़का रहे हैं, बल्कि इनसे राजनीतिक माहौल भी गर्म होता नजर आ रहा है। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि इस तरह के विवाद आगे चलकर चुनावी रणनीतियों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

रमेश बिधूड़ी की पार्टी, भाजपा, ने कहा है कि उनकी टिप्पणियां व्यक्तिगत नहीं थीं और उन पर राजनीति करना चाहिए। लेकिन दिल्ली की सियासत में इस समय जो हंगामा मचा है, उससे साफ है कि सभी पार्टियां चुनावी जंग के लिए कमर कस रही हैं।

इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि दिल्ली की राजनीति में लैंगिक समता और सामाजिक सम्मान के मुद्दे कितना संवेदनशील हैं। आने वाले दिनों में देखना यह होगा कि क्या इस प्रकार के विवाद चुनावों पर असर डालेंगे या केवल एक तात्कालिक हंगामा रह जाएंगे।