ड्रोन-लखपति दीदी का पीएम मोदी से मिला अनुभव: नई ऊंचाइयों की ओर

हाल ही में, मध्य प्रदेश की एक सशक्त महिला, जिन्हें "ड्रोन-लखपति दीदी" के नाम से जाना जाता है, दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक विशेष कार्यक्रम की मेहमान बनीं। उन्होंने इस अवसर पर अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि कैसे मोदी सरकार की योजनाओं ने उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाया है।

ड्रोन-लखपति दीदी, जिसका असली नाम सरपंच है, ने अपने एक छोटे से गांव में अपने उद्यम के जरिये न केवल अपने परिवार को भरण-पोषण किया है, बल्कि अपनी मेहनत और लगन से गांव के दूसरे महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बनाने में मदद की है। उन्होंने कहा कि आजकल के फास्ट paced जीवन में, तकनालोजी का उपयोग करना बेहद जरूरी है।

उनकी सफलता की कहानी में ड्रोन्स की महत्वपूर्ण भूमिका है। दीदी ने बताया कि उनके द्वारा ड्रोन के उपयोग से कृषि कार्यों में जो सुगमता आई है, वह सराहनीय है। अब उन्हें अपने खेतों की मिट्टी से लेकर फसलों की डाटा कलेक्ट करने में समय कम लग रहा है।

इस कार्यक्रम में भाग लेने के बाद, दीदी ने पीएम मोदी के साथ अपनी मुलाकात को बहुत विशेष बताया। उन्होंने कहा, "मैं पीएम मोदी का धन्यवाद करना चाहती हूं कि उन्होंने मुझे इस मंच पर आने का अवसर दिया। उनकी योजनाओं के कारण मुझे जीवन में नए अवसर मिले हैं।" सिर्फ उनके खुद के लिए नहीं बल्कि उनके गांव के हर एक व्यक्ती के लिए भी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दीदी के कार्यों की सराहना की और कहा कि सरकारी योजनाएं तभी सफल होती हैं, जब उन्हें गाँव के स्तर पर लागू किया जाता है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि उनकी सरकार हर महिला की empowerment को लेकर हमेशा तत्पर है।

आज, जब हम स्वच्छता से लेकर आर्थिक सशक्तिकरण की बात करते हैं, ऐसे में दीदी की कहानी उन सभी के लिए प्रेरणा है। वो महिलाएं जो अपने जीवन में बदलाव लाने का सपना देखती हैं, उन्हें समझना चाहिए कि रिस्क लेना और मेहनत करना जरूरी है।

दुनिया तेजी से बदल रही है, और ऐसे में टेक्नोलॉजी का सही उपयोग करना ही सही मायनों में बदलाव लाने में सहायक होता है। ड्रोन तकनीक का उपयोग और महिलाओं की आवश्यकताओं के अनुसार योजनाएं बनाना, सचमुच उन्हें सशक्त बना सकता है।

इस तरह के अनुभव और कहानियाँ हमें दिखाती हैं कि अगर लोगों को सही दिशा में मार्गदर्शन और अवसर मिले तो वे अपने जीवन में वास्तव में बदलाव ला सकते हैं। दीदी जैसे उदाहरण इस बात का प्रमाण हैं कि कभी भी हार नहीं माननी चाहिए और हमेशा आगे बढ़ते रहना चाहिए।