CPI द्वारा जारी भ्रष्ट देशों की लिस्ट, जानें भारत की स्थिति
हाल ही में, Transparency International ने अपने Corruption Perceptions Index (CPI) 2023 की रिपोर्ट जारी की है, जिसमें दुनिया के विभिन्न देशों की भ्रष्टाचार की स्थिति को रैंक किया गया है। यह लिस्ट हर साल सामने आती है और इसे एक महत्वपूर्ण मानक माना जाता है, जो दर्शाता है कि किसी देश में भ्रष्टाचार की स्थिति कितनी गंभीर है। इस लिस्ट में शीर्ष पर रहने वाले देश वो होते हैं जहाँ भ्रष्टाचार की मात्रा सबसे अधिक होती है।
CPI की रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में भारत की रैंकिंग काफी चर्चा का विषय रही है। भारत इस साल 86वें स्थान पर है, जबकि पिछले साल इसकी रैंक 85 थी। इस गिरावट का विश्लेषण करते हुए, विशेषज्ञों ने बताया कि भ्रष्टाचार के मामलों की बढ़ती संख्या और सरकारी तंत्र में पारदर्शिता की कमी ने इस रैंकिंग को प्रभावित किया है।
कामकाजी वातावरण में भ्रष्टाचार केवल सरकारी क्षेत्र में ही नहीं बल्कि प्राइवेट सेक्टर में भी देखने को मिलता है। जहां एक ओर कुछ लोग इसे सामाजिक नैतिकता का उल्लंघन मानते हैं, वहीं दूसरी ओर कई लोग इसे अपनी रोजी-रोटी के लिए जरूरी मानते हैं। ऐसे में यह आवश्यक है कि हम अपने समाज में भ्रष्टाचार के खिलाफ जागरूकता बढ़ाएं और इसके खिलाफ सख्त कदम उठाएं।
CPI की रिपोर्ट में शामिल अन्य दिक्कतें भी हमारे सोचने की दिशा में बहुत महत्वपूर्ण हैं। जैसे कि, कई बार भ्रष्टाचार में लिप्त लोग बच जाते हैं और सजा नहीं पाते। यह तथ्य दर्शाता है कि हमारा न्याय तंत्र कई बार प्रभावी साबित नहीं हो पाता। इस कारण से लोग इस दिशा में और अधिक सक्रिय रह रहे हैं ताकि भ्रष्टाचार पर नियंत्रण पाने में सफलता मिल सके।
अंत में, यह बात तो साफ है कि भ्रष्टाचार केवल एक सरकार का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह हमारे समाज की हर एक व्यक्ति की जिम्मेदारी है। यह हम सब की जिम्मेदारी है कि हम एक जागरूक समाज का निर्माण करें, जहाँ हर कोई ईमानदारी से अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करे। भारत को एक भ्रष्टाचार मुक्त देश बनाना केवल सरकार की नहीं बल्कि हम सभी की जिम्मेदारी है। अगर हम सब मिलकर इसके खिलाफ डट कर खड़े होते हैं, तो एक दिन अवश्य हम इस समस्या का समाधान कर पाएंगे।