BJP विधायक पर महिला से गैंगरेप और धोखाधड़ी के गंभीर आरोप
बदायूं में भाजपा के विधायक हरिश शाक्य और 15 अन्य लोगों पर एक महिला के साथ गैंगरेप और धोखाधड़ी का गंभीर आरोप लगा है। यह मामला तब सामने आया जब महिला ने बदायूं पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। महिला का आरोप है कि विधायक ने उसे धोखे से अपनी टीम में शामिल कर लिया और बाद में इस कृत्य को अंजाम दिया। महिला ने कहा कि उसे दुबारा से एक जमीनी विवाद में फंसा दिया गया, जिसमें विधायक और उसके साथी शामिल हैं।
इस मामले में बदायूं पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और इस आरोप के सिलसिले में प्राथमिकी दर्ज की है। FIR के तहत 'गैंगरेप' और 'धोखाधड़ी' जैसी धाराएं लगाई गई हैं। महिला का आरोप है कि विधायक ने कौड़ियों के मोल उसकी करोड़ों की जमीन हड़पने की कोशिश की। घटना के बाद महिला की भलाई को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने उसे सुरक्षा प्रदान की है।
महिला ने आगे कहा कि वह अपने खिलाफ हो रहे इस अन्याय के खिलाफ लड़ाई जारी रखेगी और किसी भी दबाव में नहीं आएगी। इस घटना ने समाज में चर्चा का विषय बना दिया है, खासकर राजनीतिक स्तर पर। कई स्थानीय नेताओं ने विधायक के इन कृत्यों की निंदा की है।
बीजेपी के लिए यह विवाद न केवल मीडिया में बल्कि सामाजिक सर्कल में भी इसके इर्द-गिर्द एक बड़ा सवाल उठाता है कि क्या उन पर कोई कारवाई होगी या फिर यह केवल एक और मामला रहेगा। राजनीतिक क्षेत्र की ऐसी घटनाएं समाज में चिंता का विषय बनती हैं और लोगों का विश्वास कमजोर करती हैं।
इस मामले में विधायक का अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालाँकि, पार्टी के अन्य सदस्यों ने इसे साजिश करार देने की कोशिश की है। भाजपा से जुड़े सूत्रों का कहना है कि यह सब 'राजनीतिक द्वेष' के कारण हो रहा है। ऐसे मामलों में सच्चाई को सामने लाना और दोषियों को दंडित करना आवश्यक है ताकि महिला के अधिकारों की रक्षा हो सके और समाज में इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके।
अब देखना ये है कि इस मामले में आगे क्या कार्रवाई की जाती है और क्या विधायक को न्याय के दायरे में लाया जा सकेगा। यह एक ऐसा मुद्दा है जो न केवल बदायूं बल्कि सम्पूर्ण उत्तर प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है।