बदायूं में BJP MLA पर लगे गैंगरेप और धोखाधड़ी के गंभीर आरोप

बदायूं में हाल ही में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहाँ BJP के विधायक हरीश शाक्य सहित 16 लोगों के खिलाफ गैंगरेप और धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। यह मामला एक महिला के साथ हुए गैंगरेप और उसके साथ बिछड़ने वाले करोड़ों रुपये की जमीनी संपत्ति के संबंध में है।

महिला ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई कि उसे झूठे आश्वासनों के जरिए फंसाया गया और उसके साथ पहले सामूहिक बलात्कार किया गया। यह घटना तब सामने आई जब महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों की कहानियाँ चारों ओर चर्चा का विषय बन रही हैं। इस मामले ने लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया है और वे न्याय की मांग कर रहे हैं।

विधायक हरीश शाक्य पर यह आरोप है कि उन्होंने अपने राजनीतिक रसूख का इस्तेमाल कर इस मामले को दबाने की कोशिश की। साथ ही, आरोप है कि उन्होंने और उनके सहयोगियों ने महिला को जमीन के एक महाक्रांति के तहत ठगा, जिसमें करोड़ों की सम्पत्ति को कौड़ियों के भाव में ले लिया। महिला का कहना है कि उसने कई बार विधायिका से मदद मांगी, लेकिन उसे केवल धोखेबाजी और झूठे आश्वासन ही मिले।

इस मुद्दे ने न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में हलचल मचा दी है। बीजेपी पार्टी को इस मामले में अपनी छवि को बचाने के लिए दुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। जबकि विपक्षी पार्टियां इस मामले को लेकर सत्ता को घेरने के लिए तैयार हैं।

लोगों का आरोप है कि भारत में महिलाओं के प्रति हो रहे अपराधों के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है। इस तरह के मामले न केवल वेदना पैदा करते हैं, बल्कि समाज में भय और असुरक्षा का माहौल भी बनाते हैं। ऐसे मामलों में, पीड़ितों को अक्सर अपनी बात रखने में कठिनाई होती है और कई बार तो उन्हें समाज में ही तिरस्कृत किया जाता है।

इस मद में अब देखना होगा कि प्रशासन इस गंभीर मामले में क्या कार्रवाई करता है और क्या विधायक हरीश शाक्य और उनके साथियों को न्याय के कटघरे में लाया जा सकेगा। यहाँ पर आवश्यक है कि तेज़ी से कार्यवाही करते हुए सच्चाई का पता लगाया जाए और आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए, ताकि समाज में सुरक्षा की भावना बनी रहे।