अखिलेश यादव की टीएमसी रैली में भागीदारी: भाजपा पर हमले तेज़
हाल ही में, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की एक प्रमुख रैली में समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने भाग लिया। यह रैली ममता बनर्जी की अगुवाई में आयोजित की गई थी, जो कि टीएमसी के शहीद दिवस के मौके पर आयोजित की गई थी। इस रैली का मुख्य उद्देश्य भाजपा के खिलाफ एकजुटता प्रदर्शित करना था। अखिलेश यादव ने भी भाजपा पर जोरदार हमले किए और कहा कि केंद्र की सरकार बंगाल को बदनाम करने की कोशिश कर रही है।
टीएमसी के नेता अभिषेक बनर्जी ने भी इस दौरान भाषण दिया और भाजपा को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि भाजपा जनता की समझदारी को कम करके आंक रही है और वे अपने दुष्प्रचार से बंगाल के विकास को बाधित करना चाहती है। अभिषेक ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी हर परिस्थिति में लोगों के साथ खड़ी रहेगी।
रैली में ममता बनर्जी ने भी भाजपा के खिलाफ अपनी आवाज उठाई। उन्होंने कहा कि भाजपा बंगाल के संस्कृति और विविधता को नष्ट करने की कोशिश कर रही है। ममता के अनुसार, भाजपा ने सिर्फ नफरत और असहिष्णुता फैलाने का काम किया है। वह जनता से अपील करती हैं कि वे बीजेपी के झूठे वादों से सावधान रहें।
अखिलेश यादव ने ममता बनर्जी की हौसला अफज़ाई की और कहा कि समाजवादी पार्टी हमेशा टीएमसी के साथ खड़ी रहेगी। यह रैली इस बात का प्रतीक थी कि विभिन्न राजनीतिक दल भाजपा के खिलाफ एकजुट होकर खड़े हो रहे हैं। इस तरह की रैलियों से यह स्पष्ट होता है कि विपक्ष को एकजुट करने के लिए सभी नेता एक मंच पर आ रहे हैं।
इस रैली में कई अन्य विपक्षी दलों के नेता भी शामिल हुए। उन्होंने मिलकर एक संदेश दिया कि भाजपा विपक्षी दलों को खत्म करना चाहती है, लेकिन वे ऐसा नहीं होने देंगे।
ऐसी रैलियाँ भविष्य में और अधिक देखने को मिलेंगी, क्योंकि आने वाले चुनावों में सभी दल भाजपा के खिलाफ अपनी एकजुटता स्थापित करने का प्रयास कर रहे हैं। रैली ने एक नया उत्साह जगाया और लोगों में जोश भरा। मोदी सरकार के खिलाफ इस तरह की प्रतिक्रियाएँ एक बड़ी राजनीतिक परिवर्तन का संकेत देती हैं।
उम्मीद की जा रही है कि टीएमसी आने वाले दिनों में इस तरह की और रैलियाँ आयोजित करेगी, जहाँ प्रमुख विपक्षी नेता एक साथ आएंगे।